Backअविकानगर में वैज्ञानिक पद्धति से भेड़, बकरी एवं खरगोश पालन पर 8 दिवसीय स्व-वित्तपोषित प्रशिक्षण कार्यक्रम
केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर में राष्ट्रीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत् वैज्ञानिक पद्धति से भेड़, बकरी एवं खरगोश पालन विषय पर 8 दिवसीय (22 से 29 मार्च, 2022) प्रशिक्षण दिया गया। इस स्व-वित्तपोषित प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजस्थान एवं दिल्ली के 10 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में संस्थान निदेशक डाॅ अरूण कुमार तोमर ने बताया कि वर्तमान परिपेक्ष में और आगे आने वाले समय में छोटे पशु भेड., बकरी एवं खरगोश पालन एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में स्थापित होने जा रहा है। इन पशुओं को कम संसांधनों व कम निवेश में पाला जा सकता है। वैज्ञानिक तरीकों से इन्हें पालकर कम समय में अधिकाधिक लाभ ले सकते है। इस प्रशिक्षण के समन्वयक डाॅ एस सी शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण के प्रतिभागी भेड., बकरी एवं खरगोश पालन को उद्यम के रूप में शुरूआत करने के क्रम में ही इस प्रशिक्षण में आये थे जिसका सफल प्रशिक्षण प्राप्त कर इस दिशा में आगे बढ़ने में इन्हे मदद मिलेगी। डाॅ लीला राम गुर्जर एवं डाॅ रणजीत सिंह गोदारा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सह-समन्वयक थे।