Backसंस्थान में चल रही अनुसूचित जाति उपयोजना के अन्तर्गत किसानों को सिरोही नस्ल की बकरी वितरण कार्यक्रम का आयोजन
अनुसूचित जाति वर्ग के किसानों की आजीविका को सुदृढ़ करने हेतु भारत सरकार द्वारा चलायी जा रही अनुसूचित जाति उप-योजना के अन्तर्गत आज दिनांक 25 मार्च, 2022 को सिरोही नस्ल की बकरी वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें अनुसूचित जाति के बी.पी.एल, विधवा महिलाओं एवं विकलांग 21 किसानों को सिरोही नस्ल की बकरियाँ (03 बकरी प्रति लाभार्थी) निःशुल्क वितरित की गयी। संस्थान का उद्देश्य गरीब किसानों, विधवा महिलाओं एवं विकलागं किसानों को आर्थिक रूप से समाज की मुख्य धारा में लाना है। कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक महोदय डाॅ. अरूण कुमार तोमर ने किसानों को सम्बोधित करते हुये रेवड़ में उन्नत नस्ल के महत्व एवं उसके फायदे के बारे में किसानों को बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान जैसे प्रदेश में विषम परिस्थितियों में जहाँ गाय एवं भैंस पालन करना बहुत मुश्किल है वहां भेड़-बकरी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिससे किसान न कि अपना जीवन यापन कर सकते हैं अपितु अपनी आजिविका सुदृढ़ कर अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं एवं किसानों से अनुरोध किया कि वे संस्थान से दी जा रही इन बकरियों का पालन करें एवं इनकी संख्या बड़ाकर अन्य किसानांे को भी पालन हेतु दें जिससे अन्य किसानों को भी इसका फायदा हो सकें एवं उनकी आजिविका सुदृढ़ हो सकें। कार्यक्रम में संस्थान के विभागाध्यक्ष डाॅ. राघवेन्द्र सिंह, डाॅ. एस.आर. शर्मा, परियोजना के नोडल अधिकारी डाॅ. अजय कुमार, परियोजना के सदस्य श्री एम.सी. मीना एवं अन्य सदस्य भी मौजुद रहे। कार्यक्रम के समन्वयक डाॅ. एल.आर. गुर्जर एवं डाॅ. पी.के. मलिक थे।