Backअनुसूचित जनजाति उपयोजना के अंतर्गत किसान वैज्ञानिक संगोष्ठी एवं गुणवत्तायुक्त बीज वितरण कार्यक्रम
अनुसूचित जनजाति उपयोजना के अंतर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर टोंक द्वारा आज प्याली माताजी मन्दिर, मलवास, नांगल राजावतान में आयोजित अविशान मेंढ़े एवं गिर्राज सरसों के गुणवत्तायुक्त बीज वितरण कार्यक्रम एवं किसान वैज्ञानिक संगोष्ठी में श्रीमती जसकौर मीना बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुई तथ कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर डॉ अरुण कुमार ने की ।
इस अवसर पर संस्थान द्वारा भेड़ एवं बकरी पालन प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया एवं मौजूद किसानों को भेड़ व बकरी पालन व्यवसाय से जुड़कर आजीविका बढ़ाने के बारे में निदेशक ने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में 45 अविशान मेंढ़े, 1500 किलोग्राम गिर्राज सरसों की वैरायटी सहित अन्य कृषि व पशुपालन के आवश्यक सामानों का जनजाति वर्ग के भेड़ पालकों को अनुसूचित जनजाति उपयोजना के अंतर्गत निःशुल्क वितरण किया गया।
25 राजकीय विध्यालय के विध्यार्थियों को स्कूल बेग,पानी की बोतल, सह्जन एव पपिता के पोधो का अथितियो दवारा किया गया।
अंत मे 18 जनवरी, 27 फरवरी को वितरित मालपुरा नसल के मेढ़े, दो सिरोही नसल की बकरी एवम् बकरै के 12 प्रगतिशील जनजाति के लाभार्थियों का सम्मान अथितियो दवारा किया गया। कार्यक्रम में दौसा जिले के नांगल राजावतान, राहुवास एवम् सिकराय तहसिलो की २२ पंचायतो के 800 से अधिक जनजाति लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया ।
कार्यक्रम में संस्थान के नोडल अधिकारी डॉ जी जी सोनवाने, डॉ अमर सिंह मीना, डॉ दुष्यन्त,श्री सी एल मीना(फएओ), श्री पिल्लु मींना, श्री रतन लाल एवम् श्री राम खिलाड़ी मीना ने कार्यक्रम को सफल बनने में योगदान दिया।