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Backविश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर "भेड़ -बकरी पलकों की वर्तमान चुनौतियों एवं उनका समाधान " विषय पर वर्चुअल किसान संगोष्ठी का आयोजन
केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ’’भेड़-बकरी पालकों की वर्तमान चुनौतियाँ एवं उनका समाधान’’ विषय पर वर्चुअल किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान की विभिन्न परियोजनाओं फार्मर फर्स्ट परियोजना, मेरा गांव मेरा गोरव योजना, मेगा शीप शीड परियोजना, अनुसूचित जाति उपयोजना, अनुसूचित जनजाति उपयोजना एवं संस्थान के टी.ओ.टी. प्रक्षेत्र से जुड़े 150 किसानों, पशुपालकों एवं संस्थान के वैज्ञानिकों, तकनीकी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। उक्त वर्चुअल कॉन्फ्रेन्स के दौरान विषय विशेषज्ञ डॉ. एस.आर. शर्मा, डॉ. एस.सी. शर्मा एवं डॉ. एच.के. नरूला ने किसानों एवं पशुपालकों को वर्तमान कोरोना महामारी के दौरान आ रही समस्याओं पर चर्चायें कि एवं किसानों से सीधे संवाद के रूप में आने वाली समस्याअें को जाना एवं उनका निराकरण किया। संस्थान के निदेशक महोदय डॉ. अरूण कुमार तोमर ने किसानों एवं पशुपालकों को पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न उपायों के बारे में अवगत कराया एवं किसानों से अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर स्वच्छ पर्यावरण रखने की अपील की। सम्बोधन के माध्यम से निदेशक महोदय ने कोरोना महामारी के समय में भी किसानों एवं पशुपालकों ने खाद्यान, फल, सब्जी एवं दूध के उत्पादन के क्षेत्र में देश में जो योगदान दिया उसके लिये आभार प्रकट करते हुये सराहना की। साथ ही किसान संवाद के दौरान किसानों के पशुओं में आने वाली समस्याओं को देखकर उनका समाधान करने के लिय वैज्ञानिकों को निर्देशित किया। किसान भाईयों एवं पशुपलकों ने भी ऐसे कार्यक्रम के आयोजन हेतु संस्थान का धन्यवाद किया एवं किसान संगोष्ठीयाँ करते रहने के लिये आग्रह किया। उक्त वर्चुअल किसान संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन टी.ओ.टी. एवं एस.एस. विभाग के प्रभारी, डॉ. एल.आर. गुर्जर के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. एस.एस. डांगी, प्रधान अन्वेषक, फार्मर फर्स्ट परियोजना के द्वारा किया गया।
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