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Backभा॰कृ॰अ॰प॰-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर में ऊनी हस्तशिल्प उत्पाद निर्माण का व्यवहारिक प्रशिक्षण



संस्थान में वस्त्र निर्माण एवं वस्त्र रसायन विभाग के तत्वाधान में दिनांक 25 मार्च, 2021 से 23 अप्रेल 2021 तक बीकानेर से आये हुये प्रशिक्षणार्थीयों को एक माह तक ऊनी हस्तशिल्प उत्पाद निर्माण का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया। केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर व राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर के मध्य किये गये MOU के तहत् किये जाने वाले विभिन्न शोध व विकास कार्यो के अंतर्गत सर्वप्रथम इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर ने कार्यक्रम हेतु प्रशिक्षणार्थीयों  का चयन एवं कार्यक्रम में होने वाले व्यय हेतु वित पोषण किया। कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह का आयोजन दिनांक 28 मार्च 2021 को  किया गया, जिसमें राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर के निदेशक डा. आर्तबन्धु साहू तथा राष्ट्रीय प्राकृतिक रेशों में अभियांत्रिकी एवं तकनीक संस्थान के निदेशक डा. डी. बी. शाक्यवार, विशिष्ठ अतिथि के रूप में सम्मिलित हुये। इस व्यवहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीकानेर की विभिन्न तहसीलों से कुल आठ पुरूष व दो महिला प्रशिक्षणार्थीयों ने ऊनी हस्तशिल्प उत्पाद निर्माण का प्रशिक्षण प्राप्त किया व नमोन्वेशी हस्तशिल्प उत्पादों का निर्माण भी किया। प्रशिक्षणार्थीयों की विशेष मांग पर कार्यक्रम के दोरान भेड़, बकरी व खरगोश पालन, उनके  स्वास्थ्य सम्बंधी रखरखाव एवं उनके मांस को प्रशसीकृत कर उत्पाद निर्माण सम्बंधी व्याख्यान एवं प्रदर्शन का आयोजन भी किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन दिनांक 24 अप्रेल 2021 को किया गया। जिसमें संस्थान के पूर्व कार्यकारी निदेशक डा. राघवेन्द्र सिंह ने इस कार्यक्रम को बीकानेर जिले के शिल्पकारों/कारीगरों व महिलाओ की आजिविका बढ़ाने वाला बताया। किसान पशुपालन के साथ-साथ इसे अपनाकर अपनी आय बढ़ा सकता है। समापन समारोह में संस्थान के निदेशक डा. अरूण कुमार तोमर ने इस कार्यक्रम के सफल अयोजन पर प्रसन्नता जाहिर की तथा बताया कि बीकानेर जिले में स्थित संस्थान के मरूक्षेत्रीय परिसर व अविकानगर के तत्वाधान में राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर के सहयोग से भविष्य में भी भेड बकरी व उष्ट्र पालकों को उनके पशुपालन से प्राप्त उत्पादों का मूल्यसंर्वधन कर अधिक से अधिक लाभ अर्जित करने की तकनीकीयों का प्रचार एवं प्रसार किया जायेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम के निदेशक डा अजय कुमार ने समापन समारोह का संचालन किया तथा संस्थान के निदेशक एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विभिन्न विभागाध्यक्षों व प्रति भागियों का कार्यक्रम में सम्मलित होने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

 



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