केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर में आज दिनांक 13.09.2013 को हिन्दी सप्ताह का शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर संस्थान के निदेशक डा. एस.एम.के नकवी ने अपने संबोधन में संस्थान के वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आवाहन किया कि संस्थान के सरकारी कार्य में हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए दिल से कार्य करें ताकि हिन्दी को जो राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया हुआ है, वह सही मायने में प्राप्त हो सके। उन्होंने विशेष रूप से संस्थान के वैज्ञानिकों का आहवान करते हुए कहा कि उनके द्वारा अनुसंधान के माध्यम से जो नवीनतम तकनीकें विकसित की गर्इ हैं, उन्हें भेड़पालकों तक पहुँचाने के लिए उनका प्रकाशन हिन्दी में करें। उन्होंने संस्थान में हिन्दी के क्षेत्र में प्राप्त उपलबिधयों पर भी विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। संस्थान के सहायक निदेशक (राजभाषा) श्री मुरारी लाल गुप्ता ने सभी को हिन्दी सप्ताह की शुभकामनाएँ देते हुए हिन्दी सप्ताह के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा माननीय केन्द्रीय कृषि मंत्री, भारत सरकार के संदेश को पढ़कर सुनाया। इस अवसर पर पशु स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी डा. धीरेन्द्र सिंह अपने संबोधन मे कहा कि संस्थान में राजभाषा के प्रयोग में प्रगति हुर्इ है तथा इस प्रगति को बनाए रखा जाए। तकनीकी स्थानान्तरण एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के प्रभारी डा. राजीव गुलयानी ने कहा कि हिन्दी न केवल भारत में बलिक विदेशों में भी अब बोली जाने लगी है। वस्त्र निर्माण एवं वस्त्र रसायन विभाग के प्रभारी डा. दिनेश बाबू शाक्यवार, प्राचार्य वैज्ञानिक डा. ओम हरि चतुर्वेदी, वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. लक्ष्मण राम मीणा तथा मुख्य तकनीकी अधिकारी श्री श्याम सिंह ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर वैज्ञानिक आलेखों से सम्ब्निधत शोधपत्रों का हिन्दी में प्रदर्शन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें संस्थान के वैज्ञानिक विभागों एवं अनुभागों ने भाग लिया। सहायक निदेशक (राजभाषा) श्री मुरारी लाल गुप्ता ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।