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Back"राष्ट्रीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम” के अन्तर्गत “वैज्ञानिक पद्धति से खरगोश पालन” विषय पर 8 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
संस्थान द्वारा दिनांक 21 जून, 2019 से 28 जून, 2019 तक “राष्ट्रीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम” के अन्तर्गत “वैज्ञानिक पद्धति से खरगोश पालन” विषय पर 8 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्थान के निदेशक डा. आर्तबन्धु साहू ने कहा कि संस्थान द्वारा खरगोश पालन पर इस तरह का यह पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एवं राजस्थान से 19 प्रगतिशील किसान भाग लिया। उन्होंने आगे बताया कि अब तक संस्थान के सभी प्रशिक्षण कार्यक्रम अन्य ऐजेन्सियों द्वारा प्रायोजित होते थे एवं किसान उसमें केवल भाग लेते थे, परन्तु इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले किसान स्वेच्छा से प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुल्क जमा करवाकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान भाई गाय, भैंस, भेड़-बकरी पालन के साथ-साथ खरगोश पालन करके अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को खरगोश पालन पर नवीनतम जानकारी उपलब्ध करवायी गयी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया गया ताकि किसान को खरगोश पालन करने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। प्रशिक्षणार्थी किसान भाईयों ने संस्थान की खरगोश इकाई पर प्रायोगिकी के माध्यम से खरगोश पालन की विभिन्न गतिविधियों जैसे खरगोशों में प्रजनन, खिलाई-पिलाई, रोगों से बचाव, नवजात बच्चों की देखभाल, पिंजरों की बनावट, सर्दी-गर्मी से बचाव, विभिन्न प्रकार का लेखाजोखा रिकार्डिंग इत्यादि को स्वयं करके देखा एवं सीखा। इस तरह यह संस्थान का किसानों को खरगोश पालन सिखाने की दिशा में एक अभूतपूर्व कदम है। संस्थान के मानव संसाधन अनुभाग के प्रभारी, डा. एस.के.सांख्यान ने बताया कि ये सभी वे किसान हैं जो खरगोश पालन सिखने के इच्छुक हैं एवं इसको एक व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को बहुत ही अच्छा एवं सीखने वाला बताया। इस कार्यक्रम के समन्वयक डा. आर.एस. भट्ट एवं सह-समन्वयक डा. राज कुमार, डा. अरविन्द एवं डा. जगवीरा पांड्यान थे।
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