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Backफार्मर फर्स्ट प्रोग्राम के अन्तर्गत सायं चौपाल का आयोजन



संस्थान के फार्मर फर्स्ट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत दिनांक 17.04.2019 को ग्राम अरणिया में सायं 04:30 से 07:30 बजे तक किसानों के साथ एक सायं चौपाल का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 50 पुरूष किसानों एवं 10 महिला किसानों ने भाग लिया। चौपाल में संस्थान के निदेशक डॉ. अरूण कुमार, पशु पोषण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ऐ. साहू एवं फार्मर फर्स्ट प्रोजेक्ट की टीम के सदस्यों डॉ. राजकुमार, डॉ. सत्यवीर दांगी एवं डॉ इन्दू देवी ने भाग लिया। संस्थान के निदेशक डॉ. अरूण कुमार ने किसानों को बताया कि फार्मर फर्स्ट परियोजना का मुख्य उद्देश्य कृषि एवं पशुपालन में किसानों की आमदनी बढ़ाना है। इसके अन्तर्गत संस्थान द्वारा गत वर्ष किसानों को उन्नत किस्म के सरसों, गेहूं, कसूरी मैथी, उड़द, मूंग एवं अन्य फसलों के बीज भी उपलब्ध कराये गये थे, जिनके नतीजे उत्साहवर्द्धक रहे। इसके अलावा प्रोजेक्ट में इस वर्ष से भैंसों में कृत्रिम गर्भाधान तकनीक से नस्ल सुधार का कार्य शुरू किया गया है। इस हेतु भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थान केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान, हिसार से एम.-29 भैंसे का बीज लाया गया है एवं इससे किसानों की भैंसों में निःशुल्क कृत्रिम गर्भाधान की सेवा उपलब्ध करवायी जा रही है। इस बात का सभी किसानों ने ताली बजाकर स्वागत किया। निदेशक महोदय द्वारा किसानों की जिज्ञासाओं का भी निवारण किया गया। डॉ. साहू ने किसानों को पशुओं में विशेषकर भैंसों में खानपान सम्बन्धि जानकारी प्रदान की। उन्होंने संस्थान द्वारा अपनायी गई तकनीकों जैसे पशुओं को अजोला को चारे में मिलाकर खिलाना, गर्मी के मौसम के लिये साईलेज तैयार करना एवं खिलाना एवं खनिज मिश्रण खिलाने के लाभ इत्यादि विषय पर विस्तार से बताया। डॉ. राजकुमार एवं डॉ. सत्यवीर दांगी ने भी भैंसों में कृत्रिम गर्भाधान तकनीक एवं प्रोजेक्ट की अन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। डॉ. इन्दू देवी ने चौपाल में मौजूद महिलाओं से बातचीत की एवं उन्हें पशुपालन से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की। इस कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. राजकुमार, डॉ. सत्यवीर दांगी एवं डॉ. इन्दू देवी थे। अन्त में किसानों ने निदेशक महोदय एवं अन्य सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।



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