Backउत्तरी शीतोष्ण क्षेत्रीय केन्द्र, गड़सा (कुल्लु) में अनुसूचित जाति उप-योजना के अन्तर्गत ’’भेड़ एवं खरगोश पालन’’ पर किसानों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भा0कृ0अनु0प0) नई दिल्ली केअन्तर्गत केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर, जिला टोक, राजस्थान के उत्तरी शीतोष्ण क्षेत्रीय केन्द्र, गड़सा (कुल्लु) में दिनाँक 25.03.2019 से 27.03.2019 को अनुसूचित जाति उप-योजना के अन्तर्गत ’’भेड़ एवं खरगोश पालन’’ पर किसानों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन माँ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर केन्द्र के प्राचार्य वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डा0 ओमहरी चतुर्वेदी ने सभी किसानों का स्वागत करते हुये किसानो को वर्तमान ग्रामीण अर्थव्यवस्था में लघुरोमंथी अर्थात भेड़-बकरियों एवं खरगोश पालन के महत्व को बताते हुये इनके समुचित पोषण हेतु उन्नत तकनीकों की जानकारी दी। वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 के0 एस0 राजा रवीन्द्र ने किसानों को खरगोश के प्र्रजनन एवं प्रजातियाँ प्रबन्धन सम्बन्धित जानकारी दी। वैज्ञानिक डा0 अब्दुल रहीम ने किसानों को भेड़ प्र्रजनन एवं प्रजातियाँ प्रबन्धन सम्बन्धित जानकारी दी एवं किसानों को भेड़ सेक्टर एवं अंगोरा शशक एकांश का भ्रमण करवाया। प्रशिक्षण में गड़सा घाटी की 24 महिला एवं 2 पुरूष किसानों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के समापन अवसर पर दिनांक 27.03.2019 को मुख्य अतिथि डा0 एस0 एस0 सामान्त DSc,FNASc,FSEप्रभारी वैज्ञानिक, हिमाचल इकाई गोबिन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण एवं सतत् विकास संस्थान हिमाचल इकाई, मौहल-कुल्लूद्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र बाँटे गये । कार्यक्रम का समन्वयन डा0 के0 एस0 राजा रवीन्द्र, वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री दुर्गालाल वर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।