Backअविकानगर में राष्ट्रीय भेड़ एवं ऊन मेले का भव्य आयोजन
केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर द्वारा दिनांक 4 जनवरी, 2017 (बुधवार) को राष्ट्रीय भेड़ एवं ऊन मेले का आयोजन किया गया। इस मेले का उदघाटन चैयरमेन, कृषि वैज्ञानिक चयन मण्डल, नई दिल्ली डा. गुरबचन सिंह द्वारा किया गया। मेले के मुख्य अतिथि डा. गुरबचन सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि संस्थान किसानों के बीच जाकर उनसे सम्पर्क स्थापित कर उन्हें सस्थान द्वारा विकसित तकनीकों की जानकारी प्रदान कर रहा है, यह एक सराहनीय कदम है। उन्होंने एक से अधिक मेमना पैदा करने वाली एवं अधिक दूध देने वाली अविशान भेड़ विकसित करने पर संस्थान को बधाई दी एवं कहा कि इस भेड़ पालन से किसानों की आमदनी दोगुनी होगी जो कि हमारे देश के प्रधानमंत्री द्वारा किए जा रहे प्रयासों को पूरा करने में मददगार होगी। उन्होंने संस्थान द्वारा विकसित अपशिष्ट ऊन से तैयार कम्पोस्ट को भी किसानों के लिए लाभदायक बताया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर के निदेशक डा. एन.वी. पाटील, राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र, तबीजी अजमेर के निदेशक डा. गोपाल लाल, केन्द्रीय ऊन विकास मण्डल, जोधपुर के कार्यकारी निदेशक श्री जी.के. मीना, वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार के उप सचिव श्री एस.के. शर्मा, उत्तराखण्ड भेड़ एवं ऊन विकास मण्डल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. अविनाश आनन्द, भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड कर्नाटक के अध्यक्ष डा. जी कृष्णा एवं भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड, कर्नाटक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री शिवराम भट्ट ने भी किसानों को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डा. एस.एम.के. नकवी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं संस्थान द्वारा विगत 55 वर्षों में किए गए कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संस्थान द्वारा जो तकनीकें विकसित की गई हैं उनका किसानों को अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए जिससे कि उनकी सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। इस अवसर पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों सहित विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों के कुल 28 संस्थानों द्वारा अपने उन्नत उत्पादों एवं तकनीकों का प्रदर्शनी के माध्यम से सजीव एवं सचित्र रूप से प्रचार प्रसार किया गया। मेले में भेड़ पालन एवं कृषि के क्षेत्र से जुड़े प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर संस्थान द्वारा प्रकाशित वार्षिक भेड़ पालन कार्यक्रम-2017, किसानों के सवाल-जबाव की पुस्तिका एवं अन्य प्रकाशनों का भी विमोचन भी किया गया। मेले में देश के विभिन्न राज्यों जैसे उत्तराखण्ड, कर्नाटक एवं महाराष्ट्र एवं राजस्थान के लगभग 1200 किसानों ने भाग लिया। इस मेले को केन्द्रीय ऊन विकास मण्डल, जोधपुर द्वारा प्रायोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन पशु आनुवांशिकी एवं प्रजनन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. अरूण कुमार तोमर ने किया। तकनीकी स्थानान्तरण एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के प्रभारी, डा गोपाल लाल बागड़ी ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।