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Backसंस्थान के 55वें स्थापना दिवस के मूख्य एवं विशिष्ठ अतिथियों का प्रक्षेत्र भ्रमण
संस्थान के 55वें स्थापना दिवस कार्यक्रम के तहत तकनीकी स्थानान्तरण एंव सामाजिक विज्ञान विभाग द्वारा टी.ओ.टी. ग्राम ताँत्या में प्रक्षेत्र भ्रमण का आयोजन किया गया। जिसमें गुरू अंगद देव पशुविज्ञान विश्वविधालय के पूर्व कुलपति, पूर्व उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नर्इ दिल्ली एवं संस्थान अनुसंधान सलाहकार समिति के चेयरमेन डा. वी.के. तनेजा ने भेड़ पालकों से उनके बाड़े पर वार्तालाप किया एवं उनके द्वारा संस्थान द्वारा विकसित एवं परिक्षित तकनीकियों के अपनाने एवं उनसे होने वाले फायदों के बारे में जानकारी ली। साथ ही भेड़ पालन से सम्बनिधत सभी पहलुओं के बारे में चर्चा की। उन्होंने प्रसार वैज्ञानिकों को ग्राम का सर्वेक्षण कर पशुपालन से प्राप्त आय के आँकड़े एकत्रित करने के लिए सलाह दी। भ्रमण के दौरान भेड़ पालक श्री रोड़ू गुर्जर ने अपने जानवरों से सम्बनिधत जानकारी जैसे वजन, नर-मादा संख्या, टीकाकरण का समय, सम-मदकालन एवं कृत्रिम गर्भाधान तकनीकी से प्राप्त बच्चे एवं दुग्ध प्रतिपूरक पिलार्इ से प्राप्त अतिरिक्त आय के आँकड़े भी दिखाए। भेड़पालक श्री बैजनाथ, श्री सूरजकरण, श्री श्योजीराम के रेवड़ों का भी अवलोकन कर उनसे विचार विमर्श किया। उन्होनें बताया कि ग्राम में पहले 7 भेड़ पालक थे लेकिन जैसे-जैसे इस व्यवसाय को अपनाने से आमदनी बड़ी है अन्य किसान भी इस व्यवसाय से जुड़ गये है और इस समय ग्राम में कुल 11 भेड़ पालक हैं जो सभी संस्थान के साथ जुड़े हुए है। संस्थान-किसान सहभागिता कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में अतिथियों एवं किसानों को डा. आर्तबन्धु साहू ने विस्तृत जानकारी दी। डा. अरूण वर्मा पूर्व सहायक महानिदेशक (पशु पोषण एंव पशु शरीर क्रिया विज्ञान) ने संस्थान एवं भेड़ पालकों का आपसी सम्बन्ध एवं सहभागिता कार्यक्रम की सराहना की और अपेक्षा की कि संस्थान भेड़पालकों के लिए अभूतपूर्ण कार्य करता रहेगा। संस्थान के निदेशक डा. एस.एम.के. नकवी ने अतिथियों को इस व्यवसाय से भेड़ पालकों कि बदलती आर्थिक सिथति एवं सामाजिक सुधार के बारे में बताया एवं संस्थान द्वारा स्थानान्तरित एवं भेड़ पालकों द्वारा अंगिकृत तकनीकियों के बारे में भी अवगत कराया। कार्यक्रम में संस्थान के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, टी.ओ.टी. प्रोजेक्ट के समन्वयक एवं सह-समन्वयक एवं भेड़ पालकों ने हिस्सा लिया।
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