Backपर्यावरण सरंक्षण हेतु केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान मे विभिन्न प्रकार के 6311 पोधों का वृक्षारोपण – 2015 एक रिकॉर्ड
भा‑कृ‑अ‑प‑ - केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान के राजस्थान स्थित प्रक्षेत्रों पर वानस्पतिक जैव-विविधता के संरक्षण एवं संवर्धन के निरन्तर प्रयास के तहत संस्थान के प्रक्षेत्रों पर विभिन्न उपजातियों के पेड़-पौधे लगाये जा रहे हैं। अविकानगर स्थित संस्थान अपने प्रक्षेत्रों पर वानस्पतिक जैव-विविधता के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रयासरत हैं, इसी क्रम में वर्ष 2015 मे विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। संस्थान के निदेशक डा‑ एस‑ एम‑ के‑ नकवीं की प्रेरणा व सहयोग से अभी तक प्रक्षेत्रों पर चारा, औषधीय, फलदार एवं छायादार वृक्षो के 6311 पौधो की रोपार्इ की गर्इ हैं, जिसमे विशेष रूप से अरडू, जैतुन, देशी बबूल, नीम इत्यादि किस्मों का वृक्षारोपण किया गया हैं। संस्थान के फार्म अनुभाग इस दिशा में अग्रणीय भूमिका निभा रहा है, इसके अतिरिक्त उधान अनुभाग, पशु पोषण विभाग, पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन विभाग, सुरक्षा अनुभाग, मरूक्षेत्रीय परिसर बीकानेर एवं परिसर में स्थित केन्द्रीय एवं राजकीय माध्यमिक विधालय भी अपना योगदान दे रहे हैं। परिसरों में हो रहे वृक्षारोपण में संस्थान में पधारने वाले अतिथि, वैज्ञानिक, अधिकारी, कर्मचारी, विधार्थी तथा अध्यापक अपना योगदान दे रहे हैं। परिसरो में हो रहे सामुहिक वृक्षारोपण के प्रयासो से लोगो में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ रही हैं। निदेशक महोदय का प्रयास है कि संस्थान के सभी फार्मो पर अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर वानस्पतिक जैव-विविधता में बढोतरी की जाये ताकि संस्थान में पाले जाने वाले भेड़ो व बकरियों के लिए विसम परिस्थियों में अधिक मात्रा में हरा चारा मिल सके तथा वातावरण में उपलब्ध कार्बन डार्इआक्साइड गैस की ज्यादा से ज्यादा मात्रा को अवशोषित कर पर्यावरण को शुद्ध किया जा सके और जीवनदायनी वायु (आक्सीजन) का वातावरण में वृद्धि हो। प्रक्षेत्रों पर वानस्पतिक जैव-विविधता बढने से पर्यावरण के सुधार में सहयोग के साथ-साथ संस्थान में अनुसंधान के लिए रखी जा रही भेड़-बकरियों को उन्नत किस्म का पोषण भी प्राप्त होगा।
Large Scale plantation campaign at ICAR- Central Sheep & Wool Research Institute, Avikanagar for the conservation and clean environment- A record
A large scale diversified plantation drive is being carried out at ICAR-CSWRI, Avikanagar main campus located in Rajasthan and also at its regional stations located at various part of the country for the conservation, protection and propagation of biodiversity. Through this institute is continuously enriching its plant resources. In the year 2015 an especial efforts are being made in this direction due to constant inspiration, support and guidance of Dr S M K Naqvi honourable director of the institute.
A record plantation target of 6311 plants of various verities viz. Ardu, Olive, Desi Babool, Ber and Neem etc. were planted. Farm section of the institute is playing very important role to achieve the target. Apart from this Horticulture section, Animal Nutrition Division, Animal Genetics Division and Security Section, Arid region campus, Kendriya Vidyalaya and state Govt. School of the campus is also supporting the event.
The Director has also given stress and created awareness among the staff members for maximum plantation at various animal and farm sectors of the campus so that the fodder can be made available during the lean period and adverse scarcity condition to sheep and goats maintained in the campus for research purpose. This activity also create and enrich the healthy environment of the Institute.