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Backउन्नत भेड़-बकरी पालन पर दो महिला कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन
तकनीकी स्थानान्तरण एंव सामाजिक विज्ञान विभाग द्वारा उन्नत भेड़-बकरी पालन विषय पर दो महिला कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम 06 अक्टूबर से 07 अक्टूबर एवं 08 अक्टूबर से 09 अक्टूबर, 2015 तक संस्थान में आयोजित किये गये। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में टोंक जिले के चौसला, डिग्गी, लावा एवं मालपुरा क्षेत्र की 60 भेड़-बकरी पालक महिलाओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की भेड़-बकरी पालन में भागीदारी को ध्यान में रखते हुए उनको भेड़-बकरी पालन से सम्बनिधत संस्थान द्वारा विकसित की गर्इ प्रजनन, स्वास्थ्य, पशु पोषण, अधिक उत्पादन हेतु कृत्रिम गर्भाधान, ऊन एवं ऊन के उत्पादों की नवीन तकनीकीयों एवं संस्थान द्वारा प्रसार के क्षेत्र में किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में व्याख्यान एवं प्रायोगिक द्वारा विस्तृत से जानकारी दी गर्इ। साथ ही प्रशिक्षणार्थियों को सेक्टर नं. 9, 12, बकरी सेक्टर एवं वाटर शेड इकार्इ का भ्रमण भी करवाया गया। कार्यक्रम के समापन समारोह की मुख्य अतिथि प्रो. आर.एच. दहिया, निदेशक, इन्टरनेशनल होर्टिकल्चर इन्नोवेशन एवं ट्रेनिंग सेन्टर, दुर्गापुरा (जयपुर) ने प्रशिक्षणार्थी महिलाओं को भेड़-बकरी पालन के साथ उधान-चरागाह पद्धति एवं फल वृक्षों का उनकी आजीविका में महत्व को समझाया। संस्थान के निदेशक महोदय डा. एस.एम.के. नकवी ने महिलाओं को भेड़-बकरी पालन एवं खेती में उनकी भूमिका के बारे में बताया एंव साथ ही उन्होंने कहा की भेड़ पालन अकाल की सिथतियों में भी किसानों के लिए जीवन निर्वाह का एक सशक्त माध्यम है। प्रशिक्षण कार्यक्रम उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक, आत्मा, टोंक के तहत प्रयोजित थे और इनके समन्वयक डा. राजीव गुलयानी एवं डा. जी.एल. बागड़ी एवं सह-समन्वयक डा. एल.आर. गुर्जर एवं डा. राजकुमार थे। समापन समारोह में परियोजना निदेशक, आत्मा (टोंक) से श्री पन्नालाल चौधरी, श्री चेतन कुमार गुप्ता एवं श्री इन्द्रराज शर्मा ने भी भाग लिया।
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