केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर में आज दिनांक 14.09.2015 को हिन्दी सप्ताह का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं संस्थान के निदेशक डॉ. एस.एम. के नकवी ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हिन्दी हमारे देश की अधिकतम जनसंख्या की मातृभाषा ही नहीं अपितु राष्ट्रभाषा और राजभाषा भी है। उन्होंने यह भी कहा कि चूँकि संस्थान पशु पालन एवं कृषि क्षेत्र से जुड़ा हुआ है इसलिए संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा अनुसंधान के माध्यम से जो नवीनतम तकनीकें विकसित की गई हैं, उन्हें भेड़पालकों तक पहुँचाने के लिए उनका प्रकाशन हिन्दी में करें। उन्होंने संस्थान में हिन्दी के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों पर भी विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। संस्थान के सहायक निदेशक (राजभाषा) श्री मुरारी लाल गुप्ता ने सभी को हिन्दी सप्ताह की शुभकामनाएँ देते हुए हिन्दी सप्ताह के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। पशु आनुवंशिकी एवं प्रजनन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अरूण कुमार तोमर ने कहा कि हिन्दी एक मात्र ऐसी भाषा है जो कि देश के विभिन्न राज्यों के लोगों को आपस में जोड़ने का कार्य करती है। इस अवसर परपशु पोषण विभाग के अध्यक्ष डॉ. ए. साहू ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर शोधपत्रों का हिन्दी में प्रदर्शन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें संस्थान के वैज्ञानिक एवं अनुभागों ने भाग लिया।