Backसांसद आदर्श ग्राम काँटोली में भेड़ पालकों से संवाद
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नर्इ दिल्ली के निर्देशानुसार सांसद आदर्श ग्राम योजना के अन्तर्गत टोंक लोकसभा सांसद श्री सुखबीर सिंह जौनपुरिया द्वारा चयनित आदर्श ग्राम काँटोली में संस्थान के तकनीकी स्थानान्तरण एवं सामाजिक विज्ञान विभाग द्वारा दिनांक 21 एवं 23 जुलार्इ, 2015 को भेड़-बकरी पालकों एवं किसानों के साथ संवाद का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 40 भेड़-बकरी पालकों एवं किसानों ने भाग लिया। ग्राम में भेड़ पालन व्यवसाय के विकास की संभावनाओं को तलाशने हेतु प्राथमिक सर्वेक्षण एवं सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन तकनीकी द्वारा भेड़ पालन के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं एवं संभावनाओं के बारे में विचार विमर्श कर आंकड़े एकत्रित किए गए। साथ ही उनसे भेड़ पालन में अपनायी जा रही तकनीकियों के बारे में जानकारी एकत्रित कि गर्इ। एकत्रित आंकड़ों के विश्लेषण से निष्कर्ष निकला कि लगभग सभी किसान नस्ल सुधार के तहत भेड़ की खेरी नस्ल को छोड़कर पाटनवाड़ी नस्ल एवं बकरी की सिरोही नस्ल को अपनाना चाहते हैंं। किसानों द्वारा बतार्इ गर्इ समस्याओं में भेड़ों में बच्चे फेंकना एवं फड़किया रोग से अधिक मृत्यूदर को ज्वलंत समस्या बतार्इ। संवाद के दौरान संस्थान के वैज्ञानिकों ने संस्थान द्वारा विकसित एवं परिक्षित तकनीकियों के बारे में किसानों के साथ विस्तार से चर्चा की एवं उनके महत्व को समझाया। अन्त में सभी भेड़ पालकों, किसानों एवं ग्राम पंचायत सरपंच श्री बृजेश गुर्जर ने संस्थान से तकनीकी स्थानान्तरण क्षेत्र में ग्राम पंचायत को जोड़ने का आग्रह किया एवं संस्थान का धन्यवाद ज्ञापित किया। संवाद में तकनीकी स्थानान्तरण एंव सामाजिक विज्ञान विभाग के डा. जी.एल. बागड़ी, प्रधान वैज्ञानिक, डा. राजकुमार, वैज्ञानिक, डा. एल.आर. गुर्जर, वैज्ञानिक एवं श्री रामकिशन मीणा, व0 तकनीकी अधिकारी ने भाग लिया।