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Backभेड़ एवं बकरी पालकों के लिये पशु स्वास्थ्य शिविर एवं किसान संगोस्ठी का आयोजन
केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के तकनीकी स्थानांतरण विभाग द्वारा दिनांक 08 मई 2015 को ग्राम बाछेरा में भेड़ एवं बकरी स्वास्थ्य शिविर एवं किसान संगोस्ठी का आयोजन किया गया। शिविर में कुल सोलह किसानो ने भाग लिया शिविर में गाँव के भेड़ पालकों की 430 भेड़ों एवं 40 बकरियों में से कुल 60 भेड़ों एवं 8 बकरियों का उपचार किया गया। भेड़ पालकों की अन्य भेड़ें निष्क्रमन पर हैं। मुखयत: श्वसन संबंधी, दस्त, कमजोरी, खुर गलन, चिचड़ इत्यादि समस्याएँ जानवरों में पाई गई। अन्य महीनों की तुलना में माह में भेड़ एवं बकरियों में रोगग्रस्त दर कम पाई गई। शिविर के पश्चात संस्थान के वैज्ञानिक, तकनीकी अधिकारी एवं किसानों के मध्य एक किसान संगोस्ठी का आयोजन किया गया। संगोस्ठी में किसानो को भेड़ पालन एवं कृषि में आ रही समस्याओं के समाधान के बारे में चर्चा की गई एवं किसानों को भेड़ पालन संबंधी (जैसे प्रजनन, कृत्रिम गर्भादान, पोषण, स्वास्थ्य, चारा विकास एवं ऊन) जानकारी भी दी गई। शिविर एवं संगोस्ठी में मौजूद ग्राम पंचायत मलिकपुर बाछेरा के सरपंच श्री रामदेव गुर्जर जी, जो की स्वयं एक भेड़ पालक हैं, ने किसानों को आग्रह किया कि संस्थान द्वारा विकसित नवीन तकनीकियों को ज्यादा से ज्यादा अपनाएँ जिससे कि किसानों को भेड़ पालन एवं कृषि से अधिक से अधिक लाभ मिल सके। साथ ही सरपंच महोदय ने संस्थान के वैज्ञानिकों से निवेदन किया गाँव के चरागाह को विकसित करने में ग्राम पंचायत की मदद करें। शिविर में किसानों के सामाजिक-आर्थिक स्तर एवं भेड़ बकरी पालन संबंधी जानकारी भी एकत्रित की गई। शिविर लगाने के लिए किसानों ने संस्थान को धन्यवाद ज्ञापित किया। शिविर में तकनीकी स्थानांतरण एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक डॉ राजकुमार, डॉ एल आर गुर्जर, तकनीकी अधिकारी श्री रत्न लाल बैरवा एवं श्री दिनेश कुमार यादव ने भाग लिया।
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