केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर में आज दिनांक 09.09.2014 को हिन्दी सप्ताह का शुभारंभ कार्यक्रम मुख्य अतिथि एवं संस्थान के निदेशक डाॅ. एस.एम. के नकवी ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में संस्थान के वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आवाह्न किया कि संस्थान के सरकारी कार्य में हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए अपना अधिक से अधिक सरकारी कार्य हिन्दी में करें ताकि हिन्दी को जो राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया हुआ है, वह सही मायने में प्राप्त हो सके। उन्होंने संस्थान के वैज्ञानिकों का विशेष रूप से आह्वान करते हुए कहा कि उनके द्वारा अनुसंधान के माध्यम से जो नवीनतम तकनीकें विकसित की गई हैं, उन्हें भेड़पालकों तक पहुँचाने के लिए उनका प्रकाशन हिन्दी में करें। उन्होंने संस्थान में हिन्दी के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों पर भी विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। संस्थान के सहायक निदेशक (राजभाषा) श्री मुरारी लाल गुप्ता ने सभी को हिन्दी सप्ताह की शुभकामनाएँ देते हुए हिन्दी सप्ताह के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री के.एल. मीणा ने माननीय केन्द्रीय कृषि मंत्री, भारत सरकार के संदेश को पढ़कर सुनाया। इस अवसर पर पशु पोषण विभाग के अध्यक्ष डाॅ. ए. साहू अपने संबोधन मे कहा कि संस्थान में राजभाषा के प्रयोग में प्रगति हुई है तथा इस प्रगति को बनाए रखा जाए। पशु आनुवंशिकी एवं प्रजनन विभाग के अध्यक्ष डाॅ. अरूण कुमार तोमर ने कहा कि हिन्दी एक मात्र ऐसी भाषा है जो कि देश के विभिन्न राज्यों के लोगों को अपास में जोड़ने का कार्य करती है। इस अवसर पर वैज्ञानिक आलेखों से सम्ब्न्धित शोधपत्रों का हिन्दी में प्रदर्शन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें संस्थान के वैज्ञानिक विभागों एवं अनुभागों ने भाग लिया।