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Backकेंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान अविकानगर के निदेशक डॉ अरुण कुमार के प्रयास से राजस्थान मे खेरी भेड़ की नस्ल का रजिस्ट्रेशन हुआ l
केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान अविकानगर द्वारा राजस्थान मे भेड़ की नई नस्ल के रूप मे "खेरी भेड़" को रजिस्टर करवाया गया l खेरी भेड़ का रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र भारतीय क़ृषि अनुसन्धान परिषद के महानिदेशक डॉ हिमांशु पाठक द्वारा अविकानगर के निदेशक को नई दिल्ली मे दिया गया l इस तरह मालपुरा, सोनाड़ी, मारवाड़ी, चोकला, मगरा, जैसलमेरी, नाली, पुगल और खेरी भेड़ की नस्ल राजस्थान की 9वा भेड़ की नस्ल के रूप मे पहचान मिली l
अविकानगर संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार ने बताया की खेरी भेड़ टोंक जिले एवं उसके आसपास के क्षेत्र( भीलवाड़ा, अजमेर, जयपुर, नागौर, पाली व जोधपुर) मे बहुतायत संख्या मे पायी जाती है l तथा इसकी शारीरिक ग्रोथ एवं शरीर भार अच्छा होने के कारण भेड़पालक किसान की पसंद है l जिसको संस्थान के वैज्ञानिको द्वारा उत्पादन क्षमता का आकलन करके राष्ट्रीय पशु आंनुवशिकी संसाधनों ब्यूरो करनाल हरियाणा मे नई भेड़ की नस्ल के रूप मे रजिस्टर करवाया है l अब आने वाले समय मे खेरी भेड़ की नस्ल पर वैज्ञानिक शोध एवं किसानो के लिए आनुवंशिक सुधार पर अविकानगर मे काम किया जा सकेगा l जिससे देश के प्रधानमंत्री की सोच प्रति पशु ज्यादा उत्पादन को प्राप्त किया जा सके l
अविकानगर संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार के मार्गदर्शन मे डॉ रमेश चंद शर्मा, डॉ पी के मलिक, डॉ सत्यवीर सिंह डागी एवं डॉ रणजीत गोदारा द्वारा खेरी नस्ल को पहचान दिलाने मे करनाल संस्थान के अनुसार सभी सुचना एकत्रित किये गये l निदेशक द्वारा खेरी नस्ल को पहचान दिलाने मे अविकानगर से जुड़े वैज्ञानिक टीम उनके स्टॉफ को धन्यवाद दिया l
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