Backकेंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान अविकानगर सितम्बर को राजस्थान सरकार के टोंक जिले के वेटरनरी ऑफिसर्स एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन l
केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान अविकानगर मे शुक्रवार 20 सितम्बर को राजस्थान सरकार के टोंक जिले के वेटरनरी ऑफिसर्स के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन संस्थान के पशु स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जा रहा है l जिसका उदेश्य देश मे पशुधन मे जीवाणु ओर परजीवी कृमि मे उत्पन्न हो रही दवाइयो के प्रति प्रतिरोधकता क्षमता के बारे मे जागरूकता पैदा करते हुई उनकी समस्या का निदान उपायों पर चर्चा करना है l एक दिवसीय वर्कशॉप मे मुख्य अथिति डॉ प्रोफेसर एके गहलोत पूर्व कुलपति राजुवासु बीकानेर, डॉ छोटूलाल बैरवा सयुक्त निदेशक पशुपालन टोंक, ब्लॉक वेटरनरी ऑफिसर अनिल परतानी का संस्थान निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर ने स्वागत किया गया l
मुख्य अथिति प्रोफेसर एके गहलोत द्वारा कार्यशाला के विषय पर विस्तार से सम्बोधन दिया l तथा इस तरह की समस्या के समाधान के लिए जरुरी लबोरटरी टेस्ट हमारे देश मे अभाव होने के करना एंटीबायोटिक का बेवजह उपयोग बढ़ने से बैक्टीरिया एवं कृमि नाशक का उपयोग बढ़ने से प्रतिरोधी समस्या दिन पर दिन बढ़ रही है l जिसको समकलित अप्प्रोच से ही समाधान संभव है l प्रोफेसर गहलोत ने बताया कि इन्फेक्शन बीमारियों को रोकने के लिए टीकाकरण सबसे अच्छा उपाय है इसके बाद एंटीबायोटिक का उपयोग भी कम हो जायेगा l अंत मे उन्होंने बताया कि इस विषय पर आज सभी हेल्थ वर्कर्स को जागरूक करते हुई हर गाँव गाँव जरुरी सुविधाओ विकास हो l जिससे जरुरत एवं सही एंटीबायोटिक का चुनाव स्थानीय वेटरनरी डॉक्टर कर सके l
कार्यशाला मे निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर द्वारा भी इस एंटी माइक्रोबयल रेजिस्टेंस विषय पर अपना सम्बोधन देते हुई कार्यशाला मे भागीदारी वेटरनरी को इसका ज्यादा से ज्यादा अपने कार्य क्षेत्र मे अपनाने जोर दिया l कार्यशाला के समन्वयक पुश स्वास्थ्य विभाग के हेड डॉ जी जी सनावणे, सह -समन्वयक डॉ सी पी स्वर्णकार व डॉ दुष्यंत कुमार शर्मा द्वारा किया जा रहा है l एवम संस्थान के तीनो हेल्थ वैज्ञानिको ने अपने अपने लेक्चर्स से सम्बोधन देते हुई इसके रोगजनक कारक, प्रभाव एवं भविष्य के हिसाब से उनका निदान पर विस्तार से वेटरनरी डॉक्टर्स से चर्चा की गई l इस कार्यशाला मे राजस्थान सरकार के वेटरनरी अधिकारियो सहित 50 लोग भाग ले रहे है l आज पुरे दिन एंटी माइक्रोबयल रेजिस्टेंस पर कार्यशाला मे उपस्थित वेटरनरी एवं अविकानगर संस्थान के वैज्ञानिक के बीच विस्तार से चर्चा की जा रही है l संस्थान के विभाग अध्यक्ष डॉ रणधीर सिंह भट्ट एवं डॉ सिद्धार्थ सारथी मिश्रा के साथ अन्य वैज्ञानिक भी उपस्थित है l कार्यक्रम के सफल संचालन डॉ दुस्यंत कुमार शर्मा एवं सहयोग डॉ सृष्टि सोनी द्वारा किया गया l अविकानगर के मीडिया प्रभारी डॉ अमरसिंह मीना ने कार्यशाला की जानकारी दी l