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Backकेंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में तमिलनाडु पशुपालन विभाग के 11 वेटरनरी ऑफीसर का कृत्रिम गर्भाधान विषय पर सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन l
केंद्रीय भेड़ एवं अनुसंधान संस्थान, अविकानगर में आज दिनांक 9 अप्रैल 2024 को " कृत्रिम गर्भाधान के लिए भेड़ के तरल वीर्य का प्रबंधन और प्रसंकरण" पर सात दिवसीय (3 से 9 अप्रैल) तमिलनाडु पशुपालन विभाग के 11 वेटरनरी ऑफीसरों (3 महिला व 9 पुरुष) के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ l प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन में निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर द्वारा तमिलनाडु पशुपालन विभाग के वेटरनरी ऑफिसर्स को संस्थान द्वारा मदसमकालन एवं कृत्रिम गर्भाधान का भेड़ों की नस्ल सुधर के क्षेत्र में दी गई प्रशिक्षण का फीडबैक लिया गया l डॉ तोमर ने प्रतिभागियों से आव्हान किया कि आपने जो सात दिन में संस्थान से भेड़-बकरी एवं खरगोश की विभिन्न उन्नत नस्ल, पशु पोषण, पशु प्रजनन, पशु स्वास्थ्य एवं पशु के रेप्रोडक्शन के बारे में जानकर, सीखकर एवं प्रैक्टिकल रूप से किया उसको अपने क्षेत्र में जाकर किसानो को लाभान्वित करने के लिये उपयोग मे ले l निदेशक महोदय ने बताया कि भेड़-बकरी एवं खरगोश पालन की तमिलनाडु राज्य में भविष्य में ग्रोथ की अपार संभावनाएं हैं और ये संभावनाए आप लोगों के माध्यम से ही धरातल पर सही रूप में दिखाई देगी और साथ ही में ये निवेदन किया कि आपके राज्य के पशुपालन विभाग को यह सुचना दे कि वह अपने प्रगतिशील किसानों के साथ अविकानगर संस्थान का भ्रमण करें एवं यहां की उन्नत तकनिकीयों को अपने राज्य में प्रसारित करने में हमारी मदद करें l
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डॉ अजीत सिंह महला एवं डॉ वी राल्ते द्वारा प्रशिक्षण में की गई गतिविधियों के बारे में विस्तार से से जानकारी दी गयी तथा कार्यक्रम के संयोजक फिजिलॉजी एवं बायोकेमिस्ट्री विभाग अध्यक्ष डॉ. सत्यवीरसिंह डागी ने संस्थान द्वारा भेड़ प्रजनन के क्षेत्र में विकसित तकनीकों के बारे में जानकारी साझा करते हुई अन्य दी गई जानकारी से अवगत कराया । अविकानगर संस्थान भेड़ों में कृत्रिम गर्भाधान पर शोध करने वाला विश्व में अग्रणी संस्थान है तथा समय-समय पर देशभर के विभिन्न राज्यों के पशु चिकित्सकों को इस तकनिकी पर प्रशिक्षण देता आ रहा है । इसके अलावा हाल ही में भेड़ों में कृत्रिम गर्भाधान तकनिकी को पशुपालकों तक सुगमता से पहुँचाने के लिए संस्थान ने एक मोबाइल कृत्रिम गर्भाधान प्रयोगशाला अविमेल विकसित की है जिसको देश के कोने कोने में पहुँचाने के प्रयास संस्थान के निदेशक एवं वैज्ञानिकों द्वारा किये जा रहे है।
अंत में निदेशक द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण के समापन अवसर पर प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया l कार्यक्रम का संचालन डॉ सुरेश चंद शर्मा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ राल्ते द्वारा किया गया l कार्यक्रम में पशु स्वास्थ्य विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ गणेश जी सोनवणे,डॉ अजय कुमार, डॉ लीलाराम गुर्जर, डॉ अरविन्द सोनी, मुख्य वित्त अधिकारी राजकुमार आदि के साथ फिजिलॉजी एवं बायोकेमिस्ट्री विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे l अविकानगर के मीडिया प्रभारी डॉ. अमरसिंह मीना ने दी जानकारी l
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