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Backटी.एस.पी. कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय आदिवासी कृषक: वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन
केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर द्वारा दिनांक 30.06.2014 को डूंगरपुर जिले में आदिवासी उपयोजना परियोजना के तहत एक दिवसीय कृषकःवैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के निदेशक डाॅ. एस.एम.के. नकवी ने बताया कि टी.एस.पी. कार्यक्रम के तहत राजस्थान के आदिवासी जिलों में भेड़-बकरी पालन की अपार संभावनाएँ हैं। इन आदिवासी क्षेत्रों में जमीन उबड़-खाबड़, बंजर व कृषक जोत कम होने से यहाँ के आदिवासी किसान भेड़-बकरी पालन कर अपनी आजीविका कमा सकते हैं। इस आयोजन में लगभग 250 आदिवासी किसान व महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान संस्थान के पशु आनुवंशिकी एवं प्रजनन विभाग के अध्यक्ष डाॅ. अरूण कुमार तोमर ने पशु प्रजनन, पशु स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष डाॅ. धीरेन्द्र सिंह ने स्वास्थ्य, प्रधान वैज्ञानिक डाॅ. ए.के. शिन्दे ने मांस की उपयोगिता, प्रधान वैज्ञानिक डाॅ. रणधीर सिंह भट्ट ने उचित खिलाई-पिलाई, प्रधान वैज्ञानिक डाॅ. राजीव गुल्यानी ने तकनीकी स्थानान्तरण के तहत चल रहे कार्यक्रमों एवं वैज्ञानिक डाॅ. रूप चन्द ने पशुओं के लिए उचित चारा प्रबन्धन पर विस्तृत रूप से चर्चा की। कार्यक्रम के तहत, आसेला, सिसोद, पोहरी, झौतरी, मोडिया फला से पधारे आदिवासी कृषकों को पशु स्वास्थ्य किट, खेती-बाड़ी के बीज (मक्का, सेंक्रस, चारा बाजरी, उड़द), खनिज मिश्रण, सम्पूर्ण आहार वट्टिका वितरित किए गए।
इससे पूर्व दिनांक 29.06.2014 को सायं आसेला गांव में चैपाल कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें लगभग 125 आदिवासी कृषक व महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. एस.एल. सिसोदिया व रूपचन्द ने किया तथा कार्यक्रम में पधारे सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया।
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