Backमगरा नेटवर्क परियोजना में प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन
केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान मरूक्षेत्रीय परिसर बीकानेर में नेटवर्क प्रोजेक्ट के अन्तर्गत चल रहे मगरा भेड़ नस्ल़ सुधार कार्यक्रम के दौरान दिनांक 23 जून 2014 को ग्राम जालवाली में प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान संस्थान के निदेशक डॉ एस एम के नकवी ने भेड़ पालकों को संबोधित करते हुए कहा कि बीकानेर क्षेत्र गलीचा ऊन उत्पानदन करने वाली भेड़ों के लिए पूरे विश्व में विख्यात है इसकी ऊन की गुणवत्ता तथा उत्पादन स्तर में सुधार की अत्यंधिक संभावनाएं अभी भी बाकी है। ऊन की देश भर में भारी कमी तथा उपयुक्त ऊन उत्पादन करने वाली बीकानेर की नस्लों के बारें में बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत अपनी ऊन की आवश्यकता का आधा उत्पादन भी अपने देश में नहीं कर पा रहा है इसके चलते महंगे भाव में ऊन विदेशों से आयात करनी पड़ती है। डॉ नकवी ने कहा कि अगर बाहरी देशों को ऊन का हम ज्यादा भाव दे सकते है तो अच्छी गुणवत्ता की मगरा ऊन का भी अच्छा भाव मिल सकता है। प्रक्षेत्र दिवस की मीटिंग के दौरान भेड़पालकों ने भी अपनी समस्याऐं एवं अपने विचार रखे। डॉ ए के पटेल प्रभागाध्यक्ष मरू क्षेत्रीय परिसर ने घटते चारागाह क्षेत्र को भेड़पालन में मुख्य समस्या बताते हुए भेड़पालकों से मिलजुलकर इसके समाधान का आहवान किया। अच्छे् बीजू मेंढ़ो के वीर्य द्वारा कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा अब बीकानेर परिसर पर उपलब्ध होने की जानकारी भी दी। इस कार्यक्रम में विभिन्ना गांवो के लगभग 100 भेड़पालकों ने भाग लिया एवं पंजीकृत भेड़पालकों को संस्थान द्वारा उत्तम नस्लि के मगरा मेंढे वितरित किये गये। अंत में डॉ एच के नरूला ने धन्यावाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया।