Backमद -समाकालीन एवं कृत्रिम गर्भधान पर आयोजित सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन l
केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के एडिशनल डायरेक्टर जनरल (एडीजी )डॉ. जी. के. गौड़, डॉ सुमंत व्यास काजरी जोधपुर के विभागअध्यक्ष लाइवस्टोक प्रोडक्शन एवं रिसोर्स मैनेजमेंट एवं डॉ सुशील चतुर्वेदी प्रधान वैज्ञानिक केंद्रीय गोवंश अनुसंधान संस्थान मेरठ द्वारा जम्मू के 10 जिलों से आये 20 पशु चिकित्सकों के लिए मद-समकालीन एवं कृत्रिम गर्भधान के ऊपर आयोजित सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में ट्रेनिंजी को सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर प्रमाण पत्र का वितरण दिनांक 8 अगस्त क़ो कार्यक्रम के समन्वक, निदेशक महोदय एवं अविकानगर के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष के साथ किया गया l
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ गौड़ ने सभी प्रशिक्षणार्थियों से निवेदन किया कि आपने जो नॉलेज यहां पर सीखी है उसको जम्मू क्षेत्र के भेड़ बकरी पालक किसानों तक ले जाना है तथा सभी अविकानगर के वैज्ञानिकों से निवेदन किया कि देश में मांस की पैदावार की पूर्ति करने के लिए प्रति एनिमल उत्पादकता को बढ़ाने की दिशा मे काम करने की जरूरत है l
संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर ने भी सभी ट्रेनिंज से संस्थान के एंबेसडर के रूप में संस्थान की उन्नत तकनीक को जम्मू क्षेत्र के भेड़ बकरियों एवं खरगोश पालक किसानों तक ले जाने के लिए सभी प्रशिक्षणार्थियों को निवेदन किया l साथ में कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को संस्थान में विभिन्न विभागों में विकसित उन्नत तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया तथा बताया कि संस्थान भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राष्ट्रीय पशुधन मिशन एवं अन्य योजनाओं में अपना बेहतर सहयोग कर रहा है, जिससे देश के भेड़ बकरी पालक किसान वैज्ञानिक तरीके से भेड़ बकरी पालन करके अपनी आजीविका बढ़ाकर आत्मनिर्भर भारत में सशक्त और सक्षम होकर योगदान देंगे l
प्रशिक्षण के समापन के समय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डॉ सुरेश चंद्र शर्मा, डॉ अजीत सिंह महला,डॉ. सत्यवीरसिंह डांगी,तथा विभागअध्यक्ष डॉ राघवेंद्र सिंह, डॉ अजय कुमार, डॉ अरविंदसोनी, डॉ. विजय कुमार व डॉ अमरसिंह मीना ने भी प्रशिक्षणार्थियों से संवाद कर प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से फीडबैक लिया l सभी प्रशिक्षणार्थियों ने जम्मू से शीप हस्बैंडरी डिपार्टमेंट को धन्यवाद देते हुए अविकानगर संस्थान के वैज्ञानिकों के द्वारा प्रायोगिक रूप से आयोजित इस ट्रेनिंग प्रोग्राम को माध्यम से उनके ज्ञान में वृद्धि के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद दिया तथा सभी जम्मू के प्रशिक्षणार्थियों ने निदेशक महोदय को आश्वस्त किया कि हम यह तकनीकी जम्मू में जाकर सभी भेड़ व बकरी पालक किसानों तक राज्य सरकार की योजना अनुसार लेकर जाएंगे l अविकानगर संस्थान के मीडिया प्रभारी डॉ अमर सिंह मीना ने दी जानकारी l