Backकेंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान,अविकानगर में टोंक जिले के 98 प्रशिक्षणार्थी ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा भ्रमण किया गया l
केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान,अविकानगर में टोंक जिले के 98 प्रशिक्षणार्थी ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा भ्रमण किया गया l
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थान केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान,अविकानगर में मालपुरा तहसील के ब्लॉक विकास अधिकारी श्री सतपाल कुमावत व जिला परिषद टोंक से श्री नरेंद्र जैन एवं श्री शंकर लाल सैनी द्वारा टोंक जिले के 98 प्रशिक्षणार्थी ग्राम विकास अधिकारियों (वीडीओ) का अविकानगर संस्थान में एक दिवसीय भ्रमण कराया गया l एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के समन्वयक डॉ लीलाराम गुर्जर प्रभारी तकनीकी स्थानांतरण विभाग एवं सह समन्वयक डॉ अमरसिंह मीना तथा पिल्लू मीना तकनीकी अधिकारी द्वारा भ्रमण कार्यक्रम का संचालन किया गया l
अविकानगर संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर का मानना है कि देश के हर वर्ग के लोगों द्वारा संस्थान का भ्रमण किया जाए, जिससे संस्थान की उन्नत नस्ल के पशु भेड़ -बकरी ओर खरगोश पालन एवं तकनीकों का अधिक से अधिक प्रसार हो l इसी उद्देश्य के लिए 98 ग्राम विकास अधिकारियों का अविकानगर में अविशान भेड़ की इकाई, खरगोश पालन इकाई, मोटे पूछ की दुम्बा भेड़ का सेक्टर, सिरोही बकरी पालन इकाई, हर्बल गार्डन, ऊन प्लांट इकाई एवं संस्थान के सदाबहार हरे चारे के पेड़ -पौधे ओर विभिन्न चारागाह विकास क्षेत्र आदि का भ्रमण डॉ अमर सिंह मीना, वरिष्ठ वैज्ञानिक के द्वारा करवाया गया l श्री सतपाल कुमावत के द्वारा इस बात पर फोकस किया गया कि गांव के सार्वजनिक जमीन ओर चरागाह पर कैसे वर्ष भर चलने वाला हरा चारा का विकास किया जाए l जिससे गांव के लोगों ओर खेतिहार लोगो की पशुपालन के माध्यम से आजीविका बढ़ाई जा सके l ग्राम विकास अधिकारियों ने संस्थान की उबड़-खाबड़ वाली जगह पर चरागाह ओर फोड़डर ट्री का विकास के विभिन्न ब्लॉकों का भी भ्रमण किया गया l
अंत में सभी ग्राम विकास अधिकारी, जिला परिषद टोंक से आए श्री नरेंद्र जैन एवं श्री शंकर लाल सैनी एवं ब्लाक विकास अधिकारी द्वारा निदेशक महोदय डॉ अरुण कुमार द्वारा इस अवसर प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया गया l संस्थान के मीडिया प्रभारी डॉ अमर सिंह मीना ने जानकारी दी l