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Backकेंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान,अविकानगर में एग्री बिजनेस इनक्यूबेटर सेंटर द्वारा दो फर्म के साथ एमओयू पर साइन किया गया
केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर ने केड फाउंडेशन (सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एग्रीकल्चर डेवलपमेंट फाउंडेशन) उदयपुर के निदेशक श्री मुकेश सुथार एवं साथी नरेश बिश्नोई के साथ एक एमओयू पर साइन किया गया l जिसके माध्यम से भेड़, बकरी पालने वाले देशभर के किसानों के लिए दोनों संस्थानों के सहयोग से उन्नत जर्म्प्लाज्म के पशुओं का चयन ओर वितरण, प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं अन्य संस्थान की उन्नत तकनीकयों आदि का किसानो तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा l साथ मे डॉ तोमर की टीएसपी लीडरशिप ओर केड फाउंडेशन के निदेशक मुकेश सुथार की संस्था के सहयोग से उदयपुर संभाग के ट्राइबल जिलों के किसानों के लिए उन्नत भेड़ बकरी पालन के माध्यम से उनका स्किल डेवलपमेंट एवं आजीविका मे सुधार करने हेतु मिलकर कार्य भविष्य मे किया जाएगा l डॉ तोमर ने बताया कि भारत सरकार की राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के उद्देश्य को पूरा करने के लिए दोनों संस्थाएं भेड़,बकरी और मुर्गीपालन के माध्यम से उदयपुर संभाग के किसानों को आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में कार्य करने के लिए केड फाउंडेशन के साथ आज दिनांक 1 मई, 2023 को एमओयू किया गया है l साथ में डॉ. तोमर ने बताया कि प्रगतिशील किसान श्रीमान सुरेंद्र कुमार, खिचड़ एग्रो फार्म गांव रामगढ़, तहसील नोहर, जिला हनुमानगढ़ के साथ भी आज प्रगतिशील किसान के रूप में संस्थान से दूसरा एमओयू किया गया है l जिसके माध्यम से भी अविकानगर संस्थान की उन्नत भेड़, बकरी ओर खरगोश की नस्लों का हनुमानगढ़ जिले के किसानों के लिए वितरण एवं जागरूकता लाने के लिए संस्थान के माध्यम से कार्य किया जाएगा l खिचड़ एग्रो फार्म के श्रीमान सुरेंद्र कुमार द्वारा पहले से ही 100 से ज्यादा सोजत नस्ल की बकरियां एवं दुंबा भेड़ का पालन अपने फार्म पर किया जा रहा है l और उनको भारत सरकार के द्वारा सोजत नस्ल के संरक्षण के लिए कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है l इस एमओयू के माध्यम से हनुमानगढ़, गंगानगर आदि जिले के किसानों के लिए भेड़,बकरियों ओर खरगोश पालन के दिशा में आर्थिक सशक्तिकरण के लिए अविकानगर संस्थान के सहयोग से श्री सुरेंद्र कुमार कार्य करेंगे l श्री सुरेंद्र कुमार जाने पहचाने प्रगतिशील किसान है, जो इस छोटे पशु भेड़ व बकरी के पालन के लिए अपने एरिया में एक अलग पहचान रखते हैं l उन्होंने बताया कि वह अविकानागर संस्थान से उन्नत तकनीकी एवं उन्नत नस्ल के पशुओं का पालन बढ़ाने के लिए यह एमओयू किया गया है l अंत मे डॉ तोमर ने बताया कि उपरोक्त दोनों एमओयू के माध्यम से भेड़ व बकरी पालन के क्षेत्र में पशुपालन उद्यमिता विकास के लिए संस्थान से प्रशिक्षण के माध्यम से एवं भेड़ बकरी के उन्नत जर्मप्लाज्म को ज्यादा से ज्यादा प्रगतिशील किसानों को प्रदान करने की दिशा में मिलकर कार्य किया जाएगा l संस्थान के एग्री बिजनेस इनक्यूबेटर सेंटर के प्रधान अन्वेषक वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ विनोद कदम एवं डॉ अजीत सिंह महला भी साथ में उपस्थित रहे l संस्थान के मीडिया प्रभारी डॉ अमरसिंह मीना ने दी जानकारी l
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