Backकेंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के मरूक्षेत्रीय केंद्र, बीकानेर द्वारा किसान -वैज्ञानिक संगोष्ठी ओर स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थान केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर तहसील मालपुरा जिला टोंक राजस्थान के क्षेत्रीय केंद्र मरू क्षेत्रीय परिसर, बीकानेर के स्थापना के 50 वर्ष पुरे होने के अवसर पर स्वर्ण जयंती समारोह एवं किसान वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया l जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान डॉ. धीरसिंह निदेशक, भाकृअनुप- राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान, करनाल हरियाणा भाग लिया l कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अरुण कुमार तोमर निदेशक, केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर द्वारा की गई l कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. ए. साहू निदेशक राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र,बीकानेर, डॉ. जगदीश राणे निदेशक, केंद्रीय शुष्क बागवानी अनुसंधान संस्थान,बीकानेर, श्रीमान आई. बी. कुमार मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अविकानगर, श्रीमान राजकुमार, चीफ फाइनेंस एंड अकाउंट ऑफिसर अविकानगर ने भी भाग लिया l स्वर्ण जयंती समारोह में क़ृषि ओर पशुपालन की उन्नत तकनिकी का प्रदर्शन बीकानेर के विभिन्न भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों, राजुवास, आरएयू, क़ृषि विभाग बीकानेर एवं एनजीओ की 15 से 20 स्टॉल के माध्यम से कार्यक्रम मे पधारे किसानो के लिए किया गया तथा अतिथियों द्वारा बेस्ट स्टॉल प्रदर्शनी सरकारी व गैर-सरकारी श्रेणी में पुरस्कार दिया गया l कार्यक्रम में पधारे अतिथियों द्वारा स्वर्ण जयंती समारोह के उपलक्ष मे फाउंडेशन स्टोन ओर क़ृषि एवं पशुपालन उन्नत तकनिकी की जानकारी के लिए प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया l कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्रीमती निर्मला सैनी, रीजनल स्टेशन प्रभारी ने पधारे सभी अतिथियो ओर किसानो को धन्यवाद देते हुए मरू क्षेत्रीय परिसर द्वारा पिछले 50 वर्षों में मगरा,मारवाड़ी ओर चोकला भेड़ की नस्ल के उन्नत जर्मप्लाज्म प्रतिवर्ष थार मरुस्थल के किसानों को उपलब्ध कराने के बारे मे बताया l तथा उन्होंने बताया की यह स्टेशन 636 हैक्टर मे फैला हुआ है जिसमें वर्तमान में तीन भेड़ो की नस्ले मगरा (500) चोकला (400) मारवाड़ी (600) देश की सबसे उत्तम गलीचा कारपेट नस्ले हैं जो बीकानेर की ऊन मंडी में आने वाली कारपेट ऊन को प्रतिवर्ष पैदा करती हैं मरू क्षेत्रीय परिसर बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, बाड़मेर,जैसलमेर, चूरू, सीकर, झुंझुनू, जोधपुर उदयपुर आदि जिले के किसानों को 300 से ज्यादा उत्तम नस्ल के नर का वितरण हर वर्ष करता आ रहा है l कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ ए. साहू निदेशक, ऊंट अनुसंधान केंद्र, बीकानेर ने भी विभिन्न प्रजातियों के पशुओं के लिए पशु पोषण महत्व ओर प्रबंधन के बारे में विस्तार से किसानों को बताया l lडॉ. जगदीश राने निदेशक, केंद्रीय बागवानी अनुसंधान संस्थान,बीकानेर ने भी राजस्थान के विभिन्न जिलों से पधारे किसानों के लिए संस्थान की विभिन्न कृषि उन्नत तकनीकी को विस्तार पूर्वक बताया l और बताया कि कैसे संस्थानों की तकनीकों को अपनाकर थार एरिया के किसान कम से कम संसाधनों में खेती एवं पशुपालन से अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं l कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ अरुण कुमार तोमर, निदेशक केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर ने किसान-वैज्ञानिक संगोष्ठी में राजस्थान के विभिन्न जिले उदयपुर ओर बीकानेर से पधारे किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि गांव के किसान समेकित भेड़-बकरी ओर खरगोश का पालन संस्थान के क्षेत्रीय केंद्र की सहायता से वैज्ञानिक तरीके से करके अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं l डॉ तोमर ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि भारत सरकार की योजना राष्ट्रीय पशुधन मिशन द्वारा भेड़-बकरी एवं मुर्गी के पालन पर 50% सब्सिडी दी जा रही है जिसका बीकानेर क्षेत्र के किसान संस्थान से जुड़कर ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाकर अपने भेड़-बकरियों ओर मुर्गी पालन व्यवसाय को पशुपालन उद्यमिता की ओर ले जाएं l भेड़-बकरी पालन पर संस्थान का मुख्य केंद्र अविकानगर एवं क्षेत्रीय केंद्र बीकानेर द्वारा वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन करने के लिए प्रशिक्षण किसानों को वर्षभर उपलब्ध कराया जा रहा है जिस प्रशिक्षण के माध्यम से वह राष्ट्रीय पशुधन मिशन की सब्सिडी को अर्जित कर अपने पशुपालन व्यवसाय को पशुपालन उद्यमिता में बदल सकते हैं l निदेशक अविकानगर ने एआरसी बीकानेर क्षेत्र के लिए संस्थान की बहुप्रजनक भेड़ अविशान भेड़ की यूनिट को जल्दी से जल्दी मरू परिसर मे स्थापित करने की सूचना किसानों को दी गई l डॉ. तोमर ने बताया की आपके जिले के श्रीमान वीरेंद्र कुमार लुण, बेलासर प्रगतिशील किसान बीकानेर अविकानगर संस्थान से जुड़ कर अविशान भेड़ व सिरोही बकरी का पालन के साथ कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य करके संस्थान के सहयोग से राष्ट्रीय पशुधन मिशन में 50 लाख की सब्सिडी 500 सिरोही बकरी पालन के लिए पाने वाले पहले राजस्थान के किसान हैं l कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान डॉ धीरसिंह निदेशक, राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल ने भी डॉ तोमर संस्थान के निदेशक को धन्यवाद कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाने के लिए दिया गया l डॉ धीरसिंह ने बताया कि एनडीआरआई भी साहीवाल, गिर गाय एवं मुर्रा भैसों के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य कर रहा हैl तथा बताया कि राजस्थान के पशुधन चाह भेड़ बकरी भैंस गाय ऊंट घोड़ा आदि का बदलते जलवायु मैं देश में पैदावार बनने मे भविष्य में बहुत योगदान होगा l जिससे कार्यक्रम मे पधारे सभी किसान भाई भी डेयरी एवं पशुपालन के क्षेत्र में उन्नत तकनीकों को अपनाकर अपना कृषि एवं पशुपालन व्यवसाय के माध्यम से आजीविका कमा सकते हैं l डॉ धीर सिंह ने बताया कि भारत सरकार चाहती है कि वर्तमान में कृषि एवं पशुपालन के माध्यम से ही गांव के अधिकतम लोगों को रोजगार देकर एग्रोटेक उद्योगों के माध्यम से ही शहरी आबादी को शुद्ध खाना उपलब्ध कराया जा सकता है l कार्यक्रम में 300 से भी ज्यादा किसान बीकानेर ओर उदयपुर जिले के आदिवासी क्षेत्र फलासिया के भी 50 किसान भाग ले रहे हैं l सभी किसानो को को प्रदर्शनी एवं संस्थान के पूर्व ओर भविष्य मे किसी ना किसी रूप में लाभान्वित किया जाएगा l संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्रीमान आइबी कुमार ने कार्यक्रम मे पधार कर सफल बनाने के लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया l कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमरसिंह मीना वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं मीडिया प्रभारी अविकानगर ने किया l उपरोक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में मरू क्षेत्रीय परिसर के वैज्ञानिक डॉ आशीष चोपड़ा वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. अशोक यादव वैज्ञानिक, अविकानगर के डॉ विजय कुमार प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. रंगलाल वैज्ञानिक, रतनलाल बैरवा ओर मरूक्षेत्र परिसर के समस्त तकनीकी अधिकारी व समस्त कर्मचारियों द्वारा कार्यक्रम मे पूरा सहयोग दिया गया l स्वर्ण जयंती समारोह कार्यक्रम में बीकानेर क्षेत्र के तीन प्रगतिशील किसान श्रीमान वीरेंद्र सिंह लुणु, बेलासार, मगरा फील्ड परियोजना के दो किसान श्रीमान सत्यनारायण हिम्मतसर, एवं श्रीमान किशन सिंह कोटड़ा को भी कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया l उपरोक्त कार्यक्रम में 350 से भी ज्यादा किसानों ने भाग लिया l बीकानेर के मरूक्षेत्रीय परिसर बीकानेर के तकनीकी कर्मचारी श्री मदनलाल, श्री अभय कुमार, श्री कमलाकर शंकर गुराव, श्री एहसा अली, श्री राम बन्ना, श्री मुकेश चोपड़ा, श्री प्रदीप सिंह, श्री लालाराम तथा परिसर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्रीमान शशांक जैन आदि ने स्वर्ण जयंती समारोह एवं किसान वैज्ञानिक संगोष्ठी कार्यक्रम को आयोजित करने में अपना पूरा पूरा सहयोग किया l अविकानगर संस्थान के मीडिया प्रभारी डॉ अमरसिंह मीना ने जानकारी दी l