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Backभाकृअनुप-केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान अविकानगर की अनुसूचित जनजाति उपयोजना (ट्राइबल सब प्लान) के अंतर्गत ब्लॉक दोवाडा, सीमलवाड़ा व डूंगरपुर से लाभार्थी आदिवासी किसानो के लिए खरगोश पालन इकाई का वितरण और किसान -वैज्ञानिक संवाद का आयोजन
भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद, नई दिल्ली के अधीन कार्यरत संस्थान केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर की अनुसूचित जनजाति उपयोजना (ट्राइबल सब प्लान) के द्वारा आज बुधवार को साईं पैलेस होटल, सागवाड़ा रोड, जिला डूंगरपुर मे खरगोश पालन पर किसान -वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया है l जिसमे संगोष्ठी कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि श्रीमान ताराचंद भगोरा भूतपूर्व महासचिव व लोकसभा सांसद डूंगरपुर- बांसवाड़ा तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ अरुण कुमार तोमर, निदेशक, केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान, अविकानगर द्वारा संगोष्ठी कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत मुख्य अतिथि के साथ की गई l साथ मे कार्यक्रम मे श्रीमती आशा देवी अहारी सरपंच सवगढ़ पंचायत व भूतपूर्व प्रधान दोवाड़ा ब्लॉक, संजय कलसुआ सरपंच रास्तापाल, सरपंच मथुगामरा व अन्य पंचायत के जन प्रतिनिधि भी विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया l कार्यक्रम को डॉ. गणेश सनावने टीएसपी नोडल अधिकारी अविकानगर द्वारा डूंगरपुर जिले मे की जा रही गतिविधि की विस्तार से जानकारी पधारे अतिथियों ओर आदिवासी किसान को दी तथा उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा जिले के आदिवासी किसानो को अब तक उन्नत नस्ल के भेड़ -बकरी व खरगोश का प्रदर्शन व वितरण लाभार्थियों ट्राइबल किसानो के द्वारा किया गया l जिस का भी आदिवासी किसान अपने अन्य आदिवासी किसानो को प्रसार करें तथा उन्होंने खरगोश के पोषण व स्वास्थ प्रबंधन पर विस्तार से आदिवासी लाभार्थियों से संवाद किया ओर बताया कि आधुनिक जीवन शैली की बीमारी जैसे हार्ट स्ट्रोक के लिए rabbit मीट अच्छा विकल्प है l कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान ताराचंद भगोरा जी भूतपूर्व लोकसभा सांसद ने संस्थान द्वारा डूंगरपुर जिले में आदिवासी किसानों के लिए किए जा रहे प्रयास के लिए संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर का आभार व्यक्त किया l ओर जिले के किसानो द्वारा संस्थान की उन्नत तकनीक व नस्ले को अपनाकर आजीविका मे सक्षम बनने के लिए निवेदन किया l कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्थान निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर ने कार्यक्रम में उपस्थित आदिवासी किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि भेड़-बकरी व खरगोश गरीबों के पशु हैं जिनको आदिवासी महिला व पुरुष किसान घर पर कम से कम संसाधन मे पालकर अपनी आजीविका आसानी से चला सकता है l इसलिए मेरा आदिवासी भाई व बहनो से निवेदन है कि छोटे पुश भेड़- बकरी व खरगोश चलते फिरते एटीएम है जिनसे किसी भी समय मांस, मनी एवं मिल्क प्राप्त किया जा सकता है l ओर अन्य पुश जैसे गाय व भैंस की अपेक्षा कम से कम संसाधन मे डूंगरपुर जैसे जिले की परिस्थिति मे पाला जा सकता है l इसलिए आदिवासी किसान क़ृषि व पशुपालन के माध्यम से अपनी आजीविका कमा कर आत्मनिर्भर भारत के विकास मे सहयोग करें l भेड़ व बकरी पर संचालित राष्ट्रीय पशुधन मिशन मे भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के माध्यम से अपने व्यवसाय को एग्रीटेक में बदले कर सफल उधमी बने l साथ मे निदेशक ने आदिवासी किसानो को आर्गेनिक फार्मिंग पर जोर देते हुए इंटेग्राटेड फार्मिंग अपनाने पर बल दिया l जिससे आदिवासी किसानो को क़ृषि, बागवानी, पोल्ट्री व पशुपालन के माध्यम से सालभर कमाई होती रहे l कार्यक्रम में उपस्थित सभी विशिष्ट अतिथियों ने भी फंक्शन को संबोधित किया और संस्थान का ज्यादा से ज्यादा फायदा लेने के लिए सभी आदिवासी किसान भाइयों को प्रेरित किया l व इतनी दुरी से चल कर डूंगरपुर के आदिवासी किसान को को लाभान्वित करने के लिए निदेशक मोहदय डॉ तोमर को धन्यवाद व आभार प्रकट किया l तथा डूंगरपुर के ट्राइबल से निवेदन किया की आदिवासी भाई वर्तमान मे पशुपालन को वैज्ञानिक तरीक से करते हुए ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाए l इसलिए भेड़ -बकरी व खरगोश की सही नस्ल का चयन, पोषण प्रबंधन, चारा प्रबंधन, स्वास्थ्य प्रबंधन ओर वर्ष भर मौसम आधारित प्रबंधन तथा नियमित टीकाकरण से छोटे पुश मे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा शहर की आबादी की मीट मांग को ध्यान मे रख कर करें l कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा 25 आदिवासी महिला व पुरुष किसानों को स्टील बाल्टी, तसला, फावड़ा , स्वास्थ कैलेंडर, 2किलो मिनरल्स मिक्सर ईट, दो खरगोश के पिंजरे, 100 किलोग्राम खरगोश पैलेट फीड व 4 फीमेल व 1 मेल खरगोश पालन इकाई का वितरण डूंगरपुर जिले की विभिन्न ब्लॉक के ट्राइबल लाभार्थी को कार्यक्रम मे उपस्थित अतिथि द्वारा किया गया l उपरोक्त कार्यक्रम मे 12 ट्राइबल लाभार्थी डूंगरपुर ब्लॉक (सुरपुर, मथुगामडा , खेड़ा कछुवासा आदि पंचायत के गांव के लाभार्थी ), 9 लाभार्थी सीमलवाड़ा ब्लॉक (रास्तापाल व बोड़ामाली)तथा 4 लाभार्थी दोवाडा ब्लॉक (बसीपाल व डेगाना आदि ) से किसान संगोष्ठी मे भाग लेकर अविकनगर के वैज्ञानिक द्वारा लाभान्वित हुए l पंचायत के लाभार्थियों को उपरोक्त सामान अविकानागर संस्थान की टीएसपी उपयोजना द्वारा कार्यक्रम के अतिथियों द्वारा ट्राइबल लाभार्थियों को निशुल्क वितरित किया गया l उपरोक्त कार्यक्रम मे 100 से भी ज्यादा आदिवासी महिला व पुरुष किसानो ने भाग लेकर भेड़ - बकरी व खरगोश पालन पर विस्तार से जानकारी संस्थान के वैज्ञानिक द्वारा दी गई lकार्यक्रम का मंच संचलन का कार्य डॉ अमर सिंह मीना वरिष्ठ वैज्ञानिक व सदस्य टीएसपी द्वारा किया गया l उपरोक्त कार्यक्रम मे डूंगरपुर जिले के विभिन्न ब्लॉक के ट्राइबल लाभार्थियों का चयन, कार्यक्रम रूपरेखा सफल बनाने मे श्री सोहन लाल अहारी व रमन कलसुवा अविकानगर कर्मचारी ने भी अपना पूरा योगदान व सहयोग दिया l श्री रामखिलाडी मीना, श्री राजेश चंदेल ने अविकानगर संस्थान से rabbit पिंजरे, rabbit पशु व अन्य पशुपालन उपयोगी सामने को कार्यक्रम मे पहुंचने के लिए रात भर सफर किया l कार्यक्रम को सफल बनने मे टीएसपी एरिया के ट्राइबल किसानो, श्री विष्णु भटनागर, सहयोग स्टॉफ आदि ने भी पूरा सहयोग किया l अविकानगर संस्थान मे डूंगरपुर जिले के कर्मचारी श्री सोहन लाल अहारी एवं श्री रमन कलसुवा ने कार्यक्रम मे पधारे अतिथि, मिडिया, ट्राइबल किसान तथा सभी सहयोगी लोगो को धन्यवाद व आभार प्रकट किया l अविकानगर संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अमर सिंह मीना, मीडिया प्रभारी ने कार्यक्रम की प्रेस नोट की जानकारी दी l
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