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Backराष्ट्रीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत भारत के 8 राज्यों व कारगिल -लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के किसानों ओर पशुधन सहायक कर्मचारियों के लिए 44 प्रशिक्षणार्थी के द्वितीय बैच का 8 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ l
भारतीय क़ृषि अनुसन्धान परिषद, नई दिल्ली के अधीन कार्यरत संस्थान केद्रीय भेड़ एवम ऊन अनुसन्धान संस्थान, अविकानगर मे आज मंगलवार को कारगिल -लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के भेड़-बकरी व खरगोश पालन से जुड़े हुए पशुधन सहायक कर्मचारियों 18 प्रशिक्षणार्थी (6 महिला व 12 पुरुष कर्मचारी) ओर देश के 8 राज्यों (राजस्थान, झारखण्ड, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, तमिलनाडु, बिहार व हिमाचल प्रदेश ) से 26 प्रशिक्षणार्थी प्रगतिशील किसानो के द्वारा 8 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ( 14 से 21 मार्च, 2023) का द्वितीय बैच का शुभारंभ हुआ l जिसमे उपस्थित प्रशिक्षणार्थी संस्थान के छोटे पशुओ जैसे भेड़-बकरी व खरगोश का पालन अविकानगर संस्थान द्वारा कौशल विकास हेतु आयोजित उन्नत भेड़-बकरी व खरगोश उत्पादन तरीके और स्वास्थ्य प्रबंधन पर विस्तार से प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान की उन्नत नस्ले, पोषण, स्वास्थ्य प्रबंधन, चारा प्रबंधन, आवास प्रबंधन व मौसम आधारित प्रबंधन से लाभान्वित होंगे l अविकानगर संस्थान भारत सरकार की राष्ट्रीय पशुधन मिशन की योजना अनुसार देश के भेड़ व बकरी पालन से जुड़ हुए किसानो को क़ृषि एवं पशुपालन एग्रोटेक के माध्यम से सरकारी वेटरनरी या पैरा वेटरनरी कर्मचारियों, किसानो, प्रोग्रेसिव फार्मर्स, एग्रीटेक स्टार्ट अप को पशुधन के क्षेत्र मे निवेश के लिए तैयार कर देश मे रोजगार बढ़ने की दिशा मे अपना भरसक प्रयास कर रहा है l जिससे आत्मनिर्भर भारत की सोच को देश के हर कोने कोने का किसान जानकर शहर की आबादी के लिए आर्गेनिक फार्मिंग आधारित क़ृषि एवं पशुपालन व्यवसाय शुरू कर सके l इसलिए संस्थान देश के हर राज्य के किसानो का भेड़ - बकरी एवं खरगोश पालन के ज्ञान को अपग्रेड व वैज्ञानिक तरीका से करने का प्रयास कर रहा है l अविकानगर संस्थान के इस राष्ट्रीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत अविकानगर संस्थान के विभिन्न विभाग के वैज्ञानिको द्वारा भेड- बकरी एवं ब्रोयलर खरगोश पालन पर सेक्टर पर उपलब्ध पशुओ के माध्यम से प्रैक्टिकल व व्याख्यानो से देश के किसानो की समस्या एवम बदलते जलवायु परिदृश्य मे भेड़-बकरी पालन के लिए आवश्यक उन्नत पालन जानकारी पर प्रशिक्षण दिया जायेगा l निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को निवेदन किया कि आप मेरे संस्थान से 8 दिनों के समय मे जिस भी पशु भेड़ या बकरी ओर खरगोश के बारे मे जितना हो सके, सीखने की कोशिश करें, जो यहाँ से जा कर आपके पालन को अच्छा करके अच्छी आजीविका कमाने मे मदद करें l निदेशक डॉ अरुण कुमार ने बताया कि भारत देश के विभिन्न राज्यों के भेड़ एवम बकरी पालन किसानो को संस्थान की उन्नत तकनीक व अच्छी नस्ले के पशुओ का ज्ञान इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से मिलेगा l जिससे वो आने वाले समय मे सही नस्ल एवं वैज्ञानिक प्रबंधन से पशुपालन करके अच्छा मुनाफा कमा सके l जो उनकी परिवार के आर्थिक विकास मे सहायक होगा l निदेशक ने सम्बोधन मे बताया कि भविष्य मे खेती व पशुपालन व्यवसाय के माध्यम से देश की गांव की 58 प्रतिशत से ज्यादा आबादी को क़ृषि व पशुपालन उद्यमी बनाकर देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द मोदी जी की हर युवा के हाथ मे हो काम से ही आत्मनिर्भरता के संकल्प को पूरा कर सकेगे l निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर ने बताया की वर्तमान देश की सरकार देश के क़ृषि व पशुपालन व्यवसाय के माध्यम से देश की बढ़ती शहर की आबादी की जरुरत पूरी करने के साथ साथ ज्यादा से ज्यादा क़ृषि व पशुपालन उत्पाद को निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष नयी नयी योजना देश के हर वर्ग के किसानो को सब्सिडी के साथ ला रही हैँ जिससे क़ृषि व पशुपालन मे निवेश बढ़ा कर देश मे रोजगार बढ़ा सके l ओर लम्बी समय से चल रही क़ृषि व पशुपालन पद्धति को बदलते हुए वैज्ञानिक तरीके से करके ज्यादा से ज्यादा प्रति इकाई उत्पादन ओर ज्यादा मुनाफा मिल सके l डॉ तोमर ने बताया लोगो के पोषण व स्वास्थ को अच्छा करने के लिए मिलेट या मोटे अनाज को अपने थाली के भोजन मे सम्मिलित करने का अभियान हमारे प्रधानमंत्री जी द्वारा चला रखा है उसको भी हम ज्यादा से ज्यादा बढ़ना, क्योंकि देश मे मोटे अनाज जैसे बाजरा की बम्पर पैदावार होती है जो भोजन मे विविधता बनाने के साथ देश को फ़ूड सिक्योरिटी मे भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा l इस 8 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयक डॉ एस. सी. शर्मा , प्रधान वैज्ञानिक व डॉ अजय कुमार प्रधान वैज्ञानिक एवम सह - समन्वयक डॉ लीला राम गुर्जर वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं डॉ अमर सिंह मीना वरिष्ठ वैज्ञानिक कर रहे है l उद्घाटन कार्यक्रम मे प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक व एचआरडी विभाग के प्रभारी डॉ एस सी शर्मा, प्रधान वैज्ञानिक ने मंच संचालन करते हुए सभी प्रशिक्षणार्थियों से निवेदन किया कि आपको संस्थान की तकनीक व अन्य सभी वैज्ञानिक ज्ञान को अपने एरिया मे प्रसार करना है l डॉ एस. सी शर्मा ने बताया कि संस्थान द्वारा उन्नत भेड़ -बकरी पालन की ट्रेनिंग का द्वितीय बैच का आज सुभारभ हम करने जा रहे है ओर अभी भी मेरे पास देशभर से रोजाना निवेदन व फोन कॉल्स इस प्रशिक्षण को प्राप्त करने के लिए आ रहे है l अभी भी किसानो द्वारा स्ववितपोषित ट्रेनिंग के लिए 100 से भी ज्यादा प्रतिभागी प्रशिक्षण के लिए प्रतीक्षारत में हैं l उपरोक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरुआत सेरेमानी मैं संस्थान के सभी विभाग के हेड/इंचार्ज डॉ एफ ए खान, पशु स्वास्थ, डॉ आर. सी शर्मा एजीबी विभाग, डॉ आर एस भट्ट एनिमल नुट्रिशन, डॉ अरविन्द सोनी, डॉ अजय कुमार टीएमटीसी, श्रीमान आई बी कुमार चीफ एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिसर, श्रीमान भीम सिंह एओ आदि ने भाग लेकर सभी प्रतिभागी प्रशिक्षणार्थियों को अपने अपने विभाग की गतिविधि से अवगत कराया गया l सभी ट्रेनिंग मे भाग लेने वाले प्रतिभागी संस्थान के कार्यकलापों, किसानो के लिए संस्थान की विभिन्न योजनाओं मे किये जा रहे कार्य को सुनकर लाभान्वित हुए l संस्थान के मिडिया प्रभारी डॉ अमरसिंह मीना ने दी जानकारी l
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